आज के दौर में धर्म का रिश्ता बनाकर क्या क्या गुल खिलाते हैं! आज के दौर में धर्म का रिश्ता बनाकर क्या क्या गुल खिलाते हैं!
पिता की ओर उछाल दिया। मगर उस बच्चे का निशाना नहीं चूका। पिता की ओर उछाल दिया। मगर उस बच्चे का निशाना नहीं चूका।
बड़ा अच्छा नाम है, जरूर तुम्हारी नीली आंखों को देखकर रखा गया होगा! बड़ा अच्छा नाम है, जरूर तुम्हारी नीली आंखों को देखकर रखा गया होगा!
तो क्या उसे भी नवनीतलालजी की तरह बनना पड़ेगा।'' यह सोच कर वह अपने पुत्र को खोजी निगाहों से परखने लगा... तो क्या उसे भी नवनीतलालजी की तरह बनना पड़ेगा।'' यह सोच कर वह अपने पुत्र को खोजी ...
बदली है यह दुनिया पर तेरी मंज़िल वही है। बदली है यह दुनिया पर तेरी मंज़िल वही है।
चीजों पर बिखरी धूल को भी साफ करना होगा, नही? चीजों पर बिखरी धूल को भी साफ करना होगा, नही?